


गौ सेवा के 10 वर्ष
हमारी यात्रा, हमारा मिशन और हमारी टीम के बारे में जानें। हम 2015 से गौ माता की सेवा में समर्पित हैं।

स्थापना: 2015
हमारी कहानी
श्री देव राम जानकी गौशाला की स्थापना 2015 में श्री महंत बालकदास जी महाराज द्वारा की गई थी। उनका हृदय उन बेसहारा और पीड़ित गौ माताओं की वेदना से व्याकुल हो उठा जो सड़कों पर भटकने को मजबूर थीं, जिन्हें न भोजन मिल रहा था, न ही सुरक्षित आश्रय। इस करुण स्थिति को देखकर उन्होंने एक संकल्प लिया — गौ सेवा को अपना जीवन उद्देश्य बनाने का।
हम मानते हैं कि "गो सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है", क्योंकि गौ माता न केवल हमारी संस्कृति और धर्म का प्रतीक हैं, बल्कि संपूर्ण सृष्टि के कल्याण का आधार भी हैं। हमारी भारतीय परंपरा में गाय को माँ का स्थान दिया गया है — जो बिना किसी अपेक्षा के हमें देती है: दूध, खाद, औषधीय पंचगव्य और आत्मिक शांति।
एक छोटी सी शुरुआत से शुरू होकर, आज हमारी एकमात्र गौशाला में 300 से अधिक गौ माताओं को स्नेहपूर्वक आश्रय, देखभाल और सुरक्षा प्रदान की जा रही है। यहाँ हर एक गाय को परिवार के सदस्य की तरह माना जाता है — बीमार होने पर उपचार, वृद्ध होने पर सेवा, और हर दिन स्नेह से भरा व्यवहार।
हमारा उद्देश्य केवल गौ माता की रक्षा तक सीमित नहीं है। हम उनके माध्यम से भारतीय संस्कृति, सनातन परंपराओं और करुणा के मूल मूल्यों को भी जीवित रखना चाहते हैं। हमारे कार्यों के पीछे यही भावना है — सद्भाव, सेवा और संस्कृति की रक्षा।
श्री देव राम जानकी गौशाला न केवल एक स्थान है, बल्कि यह एक आंदोलन है — उन सभी के लिए जो यह मानते हैं कि गो सेवा, वास्तव में लोक सेवा और आत्म सेवा है।
हमारा मिशन
हमारा मिशन गौ माता की रक्षा और सेवा करना है, जो हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग हैं। हम गौ माताओं को सुरक्षित आश्रय, पौष्टिक आहार और उचित चिकित्सा देखभाल प्रदान करते हैं। साथ ही, हम लोगों को गौ संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करते हैं और गौ आधारित उत्पादों को बढ़ावा देते हैं।
हमारा विज़न
हमारा विज़न एक ऐसा समाज बनाना है जहां हर गौ माता को सम्मान और देखभाल मिले। हम चाहते हैं कि भारत में कोई भी गौ माता बेसहारा न हो और सभी को उचित आश्रय मिले। हम गौ संरक्षण को एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाना चाहते हैं और गौ आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना चाहते हैं।
20+
कर्मचारी
10
वर्षों का अनुभव
1
गौशालाएँ
5+
पुरस्कार
हमारी टीम
हमारे समर्पित टीम सदस्य जो गौ सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं

श्री महंत बालकदास जी महाराज
संस्थापक एवं अध्यक्ष

श्री प्रवेश जी राय
कौशाध्यक्ष
+919753540068

श्री महेशकांत जी पटैल
उपाध्यक्ष

श्री अंकित सिंह राजपूत
वेबसाइट व्यवस्थापक
+919179780705

श्री संतअवध बिहारीदास जी
सह संचालक

स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी जी महाराज
हमारे मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत"

श्री संजय शर्मा जी
सहयोगी सदस्य


वन्दे धेनु मातरम्


गोषु भक्तश्च लभते यद् यदिच्छति मानवा:।
स्त्रियोSपि भक्ता या गोषु ताश्च काममवाप्नुयु:।।
पुत्रार्थी लभते पुत्रं कन्यार्थी तामवाप्नयात्।
धनार्थी लभते वित्तं धर्मार्थी धर्ममवाप्नुयात्।।
विद्यार्थी चाप्नुयात् विद्यां सुखार्थी प्राप्नुयात् सुखम्।
न किंचिद् दुर्लभो चैव गवां भक्तस्य भारत।।
महाभारत अनु.83।50-52
गायों की सेवा करने वाले गोभक्त को संसार में कुछ भी दुर्लभ नहीं है, ऐसा महर्षि वेदव्यास का वचन है।
भगवान् श्री राम के पूर्वज राजा दिलीप की गो भक्ति इस बात का प्रमाण है कि - उन्होंने अपनी धर्मपत्नी सहित "नंदिनी नामक" गाय माता की सेवा की तो उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।
हमारे धर्मग्रंथों एवं शास्त्रों में वचन मिलता है - "गाय विश्व की माता है" गावो विश्वस्य मातर:, शास्त्र वचन है कि - गायों के शरीर में तैंतीस कोटि देवताओं का वास है। ऐसी गो माता के शरीर को खुजलाने से या उनके शरीर के कीटाणुओं को दूर करने से मनुष्य अपने समस्त पापों को धो डालता है। गायों को "गो-ग्रास" दान करने से महान् पुण्य की प्राप्ति होती है। गायों को चराकर उन्हें जलाशय तक घुमाकर जल पिलाने से मनुष्य अनंत वर्षों तक स्वर्ग में निवास करता है। गायों के लिये गोचर भूमि की व्यवस्था कर मनुष्य नि:संदेह अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त करता है। गायों की आवासीय व्यवस्था हेतु गोशाला का निर्माण कर मनुष्य पूरे नगर का स्वामी बन जाता है और उन्हें नमक खिलाने से मनुष्य को महान् सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
गवां कण्डूयनान्मर्त्य:सर्व पाप व्यपोहति।
तासां ग्रासप्रदानेन महत्पुण्यमवाप्नुयात्।।
तासां च प्रचरं कृत्त्वा तथैव सलिलाशयम्।
स्वर्गलोकमुपाश्यन्ति बहून्यब्दगणानि तु।।
तासां प्रचारभूमिं तु कृत्त्वा प्रप्नोति मानव:।
अश्वमेधस्य यज्ञस्य फलं प्राप्नोत्यशंसयम्।।
तासामावसथं कृत्त्वा नगराधिपतिर्भवेत्।
तथा लवणदानेन सौभाग्य महदश्नुते।।
विष्णु धर्मोत्तर पुराण
उपर्युक्त धर्मशास्त्रों के धर्मोपदेश से प्रभावित होकर ही मेरे द्वारा "मध्यप्रदेश गो संवर्द्धन बोर्ड" के दायित्व निर्वहन काल में "प्रदेश की आठ करोड़ की मनुष्य आबादी से" अपील की गई है कि - "गो-ग्रास के निमित्त प्रतिदिन अपने घर से एक रोटी निकालने अपनी भारतीय सनातनी परम्परा का युगानुकुल नवाचार किया जाना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य होना चाहिए", तदनुसार हम आप भोजन करने से पूर्व "गो-ग्रास के निमित्त" रुपये दस (₹10) प्रतिदिन एक गुल्लक में अवश्य डालें - " गो-ग्रास निकालने की हिन्दू परिवारों की यह पवित्र परम्परा इस आपाधापी के युग में लुप्त और सुप्त न होने पाये; प्रतिदिन दस रुपया निकालने पर एक वर्ष में तीन हजार छह सौ पचास रुपया संकलित हो जाते हैं। गोपाष्टमी के दिन इस संकलित राशि को गो-ग्रास के रूप में हम अपनी गांव की गोशाला में (श्रीदेवरामजानकी गोशाला, खिरका मंदिर गाडरवारा) में समर्पित कर पुण्य के भावी बनें, हमें गोमाता का आशीर्वाद तो मिलेगा ही; हमें धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन चतुर्विध पुरुषार्थ का भी लाभ मिलेगा।
गाडरवारा स्थित "श्री देवरामजानकी मंदिर" (खिरका मंदिर) के महंत श्री बालकदास जी महाराज गो सेवा-गो भक्ति के श्रेष्ठ उदाहरण हैं - हम आप सभी श्रद्धालु जन उनके इस गो-भक्ति के आदर्श को मन से स्वीकार करें।
मेरी अनंत शुभकामनायें -
महामण्डलेश्वर
स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि

गौ माता की तस्वीरें
हमारी गौशाला में गौ माताओं की देखभाल, सुविधाओं और विभिन्न गतिविधियों की तस्वीरें देखें। आपके दान से इन पवित्र प्राणियों का जीवन बदल रहा है।

गौशाला

गौशाला

स्वयंसेवक गौ सेवा करते हुए

गौशाला

गौशाला

गौशाला

गौशाला

गौशाला

गौशाला

गौशाला में गौ माता

स्वयंसेवक गौ सेवा करते हुए

गौ माता और बछड़ा

गौ माता का समूह

स्वयंसेवक गौ सेवा करते हुए
दान के विकल्प
आप अपनी क्षमता और इच्छा अनुसार गौ सेवा में सहयोग कर सकते हैं। आपका हर दान गौ माताओं के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।

दैनिक गौ सेवा
एक दिन के लिए एक गौ माता का भोजन और देखभाल
- एक गौ माता का एक दिन का चारा
- दवाई और चिकित्सा
- आश्रय और देखभाल

मासिक गौ दत्तक
एक महीने के लिए एक गौ माता को गोद लें
- एक गौ माता का एक महीने का संपूर्ण खर्च
- आपके नाम का प्रमाण पत्र
- गौशाला की मासिक रिपोर्ट
- गौ माता की तस्वीरें और वीडियो

वार्षिक गौ दत्तक
एक वर्ष के लिए एक गौ माता को गोद लें
- एक गौ माता का एक वर्ष का संपूर्ण खर्च
- विशेष प्रमाण पत्र और सम्मान
- गौशाला में आपके नाम का फलक
- गौशाला भ्रमण का निमंत्रण
- मासिक अपडेट और वीडियो कॉल
विशेष आवश्यकताएं
आप इन विशेष आवश्यकताओं के लिए भी दान कर सकते हैं

चारा दान
गौ माताओं के लिए हरा चारा और भूसा

चिकित्सा दान
गौ माताओं के लिए दवाइयां और चिकित्सा सुविधाएं

आश्रय निर्माण
गौशाला के विस्तार और नए शेड का निर्माण

गौ रक्षा अभियान
बेसहारा और घायल गौ माताओं को बचाने के लिए
अपनी इच्छानुसार दान करें
आप अपनी इच्छा अनुसार राशि चुन सकते हैं
100% सुरक्षित और पारदर्शी
आपका दान पूरी तरह से गौ माताओं के कल्याण के लिए उपयोग किया जाता है। हम नियमित रूप से दानदाताओं को अपडेट भेजते हैं।

गौ पूजा दान
विशेष अवसरों पर गौ पूजा करवाकर आशीर्वाद प्राप्त करें। जन्मदिन, वार्षिकोत्सव, या किसी भी शुभ अवसर पर गौ माता की पूजा करवाएं।

जन्मदिन पूजा
जन्मदिन के अवसर पर गौ पूजा और आशीर्वाद
- गौ पूजा और आरती
- प्रसाद वितरण
- गौ माताओं को विशेष आहार
- + 1 और लाभ

वार्षिकोत्सव पूजा
विवाह वार्षिकोत्सव पर विशेष गौ पूजा
- दंपति के लिए विशेष पूजा
- गौ माताओं को खिलाना
- आशीर्वाद प्रमाण पत्र
- + 1 और लाभ

त्योहार पूजा
दिवाली, होली, दशहरा जैसे त्योहारों पर पूजा
- त्योहार विशेष पूजा
- गौ माताओं को विशेष आहार
- प्रसाद
- + 1 और लाभ

स्मृति पूजा
दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए पूजा
- शांति पाठ
- गौ दान
- पिंडदान
- + 2 और लाभ
अतिरिक्त पूजा सामग्री
अपनी पूजा में अतिरिक्त सामग्री जोड़ें
पूजा के बारे में अधिक जानकारी
हमारी गौशाला में पूजा करवाने से आपको और आपके परिवार को गौ माता का विशेष आशीर्वाद मिलता है। सभी पूजाएँ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अनुभवी पंडितों द्वारा की जाती हैं।
- आप और आपके परिवार के सदस्य पूजा में शामिल हो सकते हैं
- पूजा की तिथि से कम से कम 3 दिन पहले बुकिंग करें
- आपका दान गौ माताओं के कल्याण के लिए उपयोग किया जाएगा

तुला दान - अपने वजन के बराबर दान
तुला दान हिंदू संस्कृति की एक प्राचीन परंपरा है जिसमें व्यक्ति अपने वजन के बराबर दान करता है। गौ सेवा के लिए तुला दान करके आप पुण्य के भागी बनें।

पारंपरिक तुला दान
अपने वजन के बराबर गौ सेवा के लिए दान करें
अपना तुला दान करें
अपने वजन के अनुसार गौ सेवा के लिए दान करें। प्रति किलोग्राम ₹51 की दर से आपका दान गौ माताओं के कल्याण के लिए उपयोग किया जाएगा।
60 किलोग्राम × ₹51 प्रति किलोग्राम

गौशाला निर्माण में सहयोग करें
गौशाला के निर्माण और विस्तार के लिए आप अपनी इच्छानुसार सहयोग कर सकते हैं। गौशाला निर्माण से संबंधित जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें।
गौशाला निर्माण का महत्व
गौशाला का निर्माण गौ माताओं के लिए सुरक्षित और स्वस्थ आश्रय प्रदान करने के लिए आवश्यक है। एक अच्छी तरह से निर्मित गौशाला में गौ माताओं को सभी मौसमों में सुरक्षा और आराम मिलता है।
- गौ माताओं के लिए सुरक्षित आश्रय
- सभी मौसमों में सुरक्षा और आराम
- स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण
- आधुनिक सुविधाओं से युक्त गौशाला